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कैसे हर कारोबार में सफल हो जाते हैं गौतम अडाणी? लोकसभा में राहुल ने केंद्र पर जमकर साधा निशाना

नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोक सभा में विपक्ष की तरफ से पहले वक्ता के तौर पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अडानी मसले को उठाते हुए केंद्र सरकार और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। भाजपा ने पलटवार करते हुए राहुल गांधी पर बिना सबूत के हवा में आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। राहुल गांधी ने अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार ने देश के अंदर और देश के बाहर भी अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए काम किया। राहुल गांधी ने एक के बाद एक कई आरोपों की झड़ी लगाते हुए हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि शेल कंपनियों का जो पैसा आ रहा है, वो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है और भारत सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए।

राहुल ने कहा कि केरल, तमिलनाडु और पूर हिंदुस्तान सभी जगह एक नाम सुनने को मिला और वह था सिर्फ अडानी। इस नाम के बारे में जब लोग मुझसे बोलते थे तो दो-तीन सवाल पूछते थे, यह जो अडानी थे। वह किसी भी बिजनेस में घुस जाता था और सफलता प्राप्त करता है, यह कैसे हो रहा है। युवा भी मुझसे पूछते थे कि हम भी जानना चाहता हैं कि यह कैसे इतने सक्सेस हो रहे हैं।

इसके बाद वह पूछ रहे थे कि यह अडानी है। वह 8 से 10 बिजनेस में काम करते हैं। सीमेंट, पोर्ट, एनर्जी और बहुत से लोग पूछते थे कि अडानी का नेटवर्थ जो 2014 से 2022 इतना ज्यादा कैसे आगे बढे। 8 बिलियन से 108 में कैसे पहुंच गए। 2014 में यह 609वें नंबर पर थे। हिमाचल में सेब की बात होती है अडानी जी, कश्मीर में सेब की बात होती है अडानी जी, एयपोर्ट की बात होती है अडानी जी, सडक पर चल रहे है तो अडानी जी, यह इतने बिजनेस में कैसे घुस गए और कैसे सफल हो जाते हैं और इसके साथ ही इनका हिंदुस्तान के पीएम के साथ क्या रिश्ता है। राहुल गांधी के भाषण के दौरान अलग-अलग मौकों पर खड़े होकर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, किरेन रिजिजू एवं अर्जुन राम मेघवाल के अलावा भाजपा सांसदों रविशंकर प्रसाद और निशिकांत दुबे सहित अन्य कई नेताओं ने लोक सभा में कड़ा ऐतराज भी जताया।

प्रल्हाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी गलत आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सबूतों के साथ बोलना चाहिए। किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी सदन के बाहर कुछ भी बोले , उन्हें रोक नहीं सकते लेकिन सदन के अंदर उन्हें पूरी जिम्मेदारी, गंभीरता, सबूतों और तथ्यों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए। अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी बिना किसी सबूत के हवा में अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सदन में इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। रविशंकर प्रसाद और निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह से गलत और झूठ बताते हुए उन्हें साबित करने की चुनौती दी। प्रसाद ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि वो भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में अभी भी जमानत पर है तो वहीं निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर बिरला, डालमिया और टाटा को बनाने का आरोप लगाया।

राहुल गांधी ने बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्या को बड़ी समस्या बताते हुए आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गृह मंत्रालय और एनएसए अजीत डोभाल ने देश की सेना पर अग्निवीर योजना को थोपने का काम किया है जिससे भविष्य में देश में बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने खड़े होकर राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देने का प्रयास किया। राहुल गांधी के भाषण के दौरान कई बार सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान कांग्रेस सांसदों के अलावा डीएमके, टीएमसी और बसपा के कई सांसद भी लोक सभा में राहुल गांधी का साथ देते नजर आए।

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