प्री-डायबिटीज से बचाव के लिए अपनाएं ये 5 तरीके
प्री-डायबिटीज का मतलब है कि आपके रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक हो रहा है, जिसे समय रहते नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। अगर ऐसा न किया जाए तो आप टाइप-2 मधुमेह की चपेट में आ सकते हैं, जिसके कारण शरीर कई गंभीर बीमारियों से घिर सकता है। अगर आपको ब्लड टेस्ट करवाने के बाद अपना रक्त शर्करा बॉर्डर लाइन पर मिले तो इन पांच तरीकों को अपनाकर आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं।
वजन को कम करने की करें कोशिश
बढ़ता वजन मधुमेह का खतरा बढ़ाने का कारण बन सकता है। दरअसल, शरीर में असामान्य वसा के फैलने से इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ सकती है, जिसके परिणामस्वरूप मधुमेह होने की संभावना काफी बढ़ सकती है। इसलिए यह जरूर है कि धीरे-धीरे और स्वस्थ तरीके से अपना वजन कम करने की कोशिश करें ताकि आपको मधुमेह होने का जोखिम कम हो सके।
एक्सरसाइज करना है जरूरी
अगर आपका रक्त शर्करा एकदम लास्ट पाइंट पर है तो आपके लिए रोजाना एक्सरसाइज करना काफी जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें तो रोजाना 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक कर लेने से मधुमेह होने का खतरा कम हो सकता है। इसके अतिरिक्त, इससे कई तरह के अन्य स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। रोजाना एरोबिक्स और कार्डियो एक्सरसाइज का अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है।
शुगर और कार्ब्स से करें परहेज
आपके रक्त शर्करा को सामान्य करने में डाइट एक अहम भूमिका अदा कर सकती है और इसके लिए आपको इसमें से शुगर और कार्ब्स की मात्रा को कम कर दें। सफेद ब्रेड, आलू और चीनी जैसे रिफाइंड कार्ब्स से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से इंसुलिन और रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जो मधुमेह का कारण बन सकता है। इसलिए इन चीजों से परहेज करना ही आपके लिए लाभदायक है।
ओवरईटिंग करने से बचें
ओवरईटिंग से परहेज करने से आपको इंसुलिन और रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के साथ-साथ मधुमेह के विकास की संभावना को भी खत्म कर सकते हैं। एक बार में बहुत अधिक भोजन कर लेने से रक्त शर्करा और इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए रोजाना सीमित मात्रा में और स्वास्थ्यवर्धक चीजों का ही सेवन करें। लाभ के लिए फाइबर युक्त खान-पान की चीजों का सेवन करें।
धूम्रपान छोड़े
अगर आपको धूम्रपान करने की लत है और आपका रक्त शर्करा का स्तर बढ़ रहा है तो इसे नियंत्रित करने के लिए आपको धूम्रपान करना छोडऩा होगा। धूम्रपान को कई मुद्दों, विशेष रूप से मधुमेह का कारक मना जाता है। धूम्रपान उच्च कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है, जिसके परिणामस्वरूप मधुमेह हो सकता है। धूम्रपान से इंसुलिन प्रतिरोध भी बढ़ता है।